विषम संख्या किसे कहते हैं ? | 1 से 100 तक विषम संख्या – Visham Sankhya Kise Kahate Hain

Visham Sankhya Kise Kahate Hain: अक्सर छात्रों को विषम संख्या याद रखने में समस्या होती है। ऐसे तो विषम संख्या को याद रखने का सबसे सरल तरीका होगा कि कोई भी विषम संख्या 2 से विभाजित नहीं होती। परंतु विषम संख्या समझने के और भी कई तरीके हैं।

चलिए आज के इस लेख में हम आपको बताते हैं, कि विषम संख्या किसे कहते हैं ? और साथ ही इसके कुछ उदाहरण और गुण भी बताएंगे। जिसके माध्यम से आप किसी भी विषम संख्या को आसानी से पहचान सकते हैं।


विषम संख्या किसे कहते हैं ? ( Visham Sankhya Kise Kahate Hain )

विषम संख्या को इंग्लिश में Odd Numbers कहते हैं। इसे किसी भी संख्या में परिभाषित किया जा सकता है, जो 2 से विभाजित नहीं होती है। किसी भी विषम संख्या को 2 से भाग दिया जाता है तो उसके शेष में कुछ संख्याएं बज जाती है। इस तरह हम समझ सकते हैं कि वह संख्या विषम संख्या है।

दूसरे शब्दों में कहें, तो विषम संख्याएं धनात्मक पूर्णांक होती हैं, जिन्हें दो के समूहों में वर्गीकृत नहीं किया जा सकता है। जैसे 1, 3, 5, 7 इत्यादि। आप इसे नीचे दिए गए चित्र से समझ सकते हैं।

चित्र में दिए गए जूतों की संख्या को हम किसी भी जोड़ी में विभाजित नहीं कर सकते। लेकिन वही चित्र में दिए गए चेरी की संख्या को आसानी से दो के जोड़े में विभाजित किया जा सकता है।


विषम संख्या से संबंधित कुछ महत्वपूर्ण बिंदु

  • एक विषम संख्या वह धनात्मक पूर्णांक है जो दो का गुणज नहीं है।
  • यदि विषम संख्याओं को 2 से विभाजित किया जाता है, तो शेषफल में कुछ संख्या बचती है।
  • सबसे पहली धनात्मक पूर्णांक वाली विषम संख्या 1 है।

1 से 100 तक कितने विषम संख्याएं होती हैं ?

1 से 100 तक कुल 50 विषम संख्याएँ होती है।

List of Odd Numbers (1-100)
1 3 5 7 9 11 13 15 17 19
21 23 25 27 29 31 33 35 37 39
41 43 45 47 49 51 53 55 57 59
61 63 65 67 69 71 73 75 77 79
81 83 85 87 89 91 93 95 97 99

विषम संख्याओं के गुण

हमने यहां पर विषम संख्याओं के कुछ गुणों को विस्तारपूर्वक समझाया है। जिसके माध्यम से आप विषम संख्याओं को आसानी से पहचान सकते हैं।

  1. विषम संख्याओं का योग गुण

जब भी दो विषम संख्याओं को एक साथ जोड़ा जाता है तो उसका योग एक सम संख्या होता है। यानी कि दो विषम संख्याएं आपस में जोड़कर सम संख्या देती है।

उदाहरण के लिए, 5 + 3 = 8

  1. विषम संख्याओं का घटाव गुण

जब किसी विषम संख्या को किसी दूसरे विषम संख्या से घटाया जाता है तो उत्तर में हमेशा सम संख्या आती है। यानी कि 2 विश्रम संख्याओं का घटाना हमेशा एक सम संख्या होता है।

उदाहरण के लिए, 7 – 1 = 6

  1. विषम संख्या का गुणनफल गुण

जब भी किसी एक विषम संख्या को दूसरी विषम संख्या के साथ गुणा किया जाता है तो गुणनफल में हमेशा विषम संख्या ही आती है। यानी कि दो विषम संख्याओं का गुणनफल का उत्तर विषम संख्या ही होता है।

उदाहरण के लिए 3 * 7 = 21

  1. विषम संख्याओं का विभाजन गुण

विषम संख्याओं का भाग भी विषम संख्याओं के गुणनफल की भांति ही है। जब भी किसी एक विषम संख्या का भाग दूसरी विषम संख्या से दिया जाता है, तो उसके उत्तर में विषम संख्या ही आती है। उदाहरण के लिए, 35 / 11 = 3

नीचे दिए गए टेबल के माध्यम से विषम संख्याओं को गुणों को आसानी से समझे।

Odd number + Odd number Even number
Odd number – odd number Even number
Odd number × Odd number Odd number
Odd number ÷ Odd number Odd number

विषम संख्या को कैसे पहचाने ?

किसी भी छोटी विषम संख्या को तो आसानी से पहचाना जा सकता है परंतु अक्सर लोगों को बड़ी विषम संख्याओं को पहचानने में समस्या आती है। तो चलिए हम आपको बताते हैं, कि विषम संख्या की पहचान कैसे करें ?

  1. किसी संख्या की अंतिम अंक देखकर

यदि आपको किसी विषम संख्या की पहचान करनी हो तो आप उस संख्या के सबसे अंतिम अंक को देखें। यदि वह अंतिम अंक 1, 3, 5, 7, 9 है, तो आप समझ जाएंगे कि वह संख्या विषम संख्या है।

विषम संख्या का उदाहरण – 5323 संख्या में सबसे अंतिम अंक 3 है जो की विषम संख्या है, इसलिए यह संख्या विषम होगी।

  1. संख्या को 2 से भाग देकर

विषम संख्या की पहचान करने का दूसरा तरीका यह होगा कि आप दी गई संख्या को 2 से भाग देने पर स्टॉप 2 से भाग देने पर यदि शेष फल में जीरो बचता है तो आप समझ सकते हैं कि वह सम संख्या है। और यदि 2 से विभाजित करने पर शेषफल में अंक बचता है तो वह संख्या विषम संख्या होगी।

उदाहरण, 1443 संख्या को 2 से विभाजित करने पर शेष में 3 बचेगा इसलिए यह संख्या विषम है।


विषम संख्या कितने प्रकार के होते हैं ?

विषम संख्या के मुख्य रूप से दो प्रकार होते हैं, की जानकारी नीचे विस्तार पूर्वक दी गई है।

1. निरंतर विषम संख्या

निरंतर विषम संख्या क्रमागत विषम संख्या भी कहलाती है। निरंतर विषम संख्याएं वे संख्याएं होती हैं जो क्रमबद्ध होती हैं। उदाहरण के लिए यदि इन विषम संख्या है तो एन प्लस टू क्रमागत विषम संख्याएं कहलाएंगे।

लव क्रमागत विषम संख्याओं के बीच हमेशा दो का अंतर होता है। जैसे 3 और 5, 11 और 13, 25 और 27, 37 और 39, 49 और 51 इत्यादि।

2. मिश्रित विषम संख्या

मिश्रित विषम संख्या एवं विषम संख्याएं होती है, जो अभाज्य होती हैं। यह एक सकारात्मक विषम पूर्णांक होता है, जो दो छोटे धनात्मक पूर्णांकों को गुणा करके या संख्या को 1 से गुणा करके बनाया जाता है।

मिश्रित विषम संख्या को संयुक्त विषम संख्या भी कहते हैं।

उदाहरण, 9, 15, 21,  25 इत्यादि


FAQ’S :

प्रश्न 1 – सबसे बड़ी विषम संख्या कौन सी है ?

उत्तर - सबसे बड़ी विषम संख्या कोई भी हो सकती है। जिसका अभी तक पता लगाया नहीं जा सका है।

प्रश्न 2सबसे छोटी विषम संख्या कौन सी है ?

उत्तर - सबसे छोटी विषम संख्या 1 है।

प्रश्न 30 से 50 तक विषम संख्या कितनी है ?

उत्तर - इस लेख में 1 से 100 तक विषम संख्या बताई है। कृपया ले को पूरा पढ़ें।

प्रश्न 4क्या जीरो एक विषम संख्या है ?

उत्तर - नहीं, जीरो विषम संख्या नहीं है बल्कि यह एक सम संख्या है। क्योंकि जीरो को जब 2 से विभाजित किया जाता है तो इसके उत्तर में हमें जीरो ही प्राप्त होता है।

अंतिम विचार

आज के इस लेख में हमने आपको बताया, कि Visham Sankhya Kise Kahate Hain ?

उम्मीद है, कि इस लेख के माध्यम से आपको विषम संख्या से संबंधित संपूर्ण जानकारी मिल पाई होगी। यदि आपको इस लेख से संबंधित कोई प्रश्न है तो आप हमें कमेंट करें।


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