वर्णमाला किसे कहते हैं ? – Varnmala Kise Kahate Hain

Varnmala Kise Kahate Hain :– आज के इस लेख के मदद से हम वर्णमाला से जुड़ी संपूर्ण जानकारी प्राप्त करने वाले हैं। हमें बचपन से ही वर्णों का ध्यान दिया जाता है और हमें वर्णमाला के सभी अक्षर को बताया जाता है।

ताकि हम उन सभी अक्षर को मिलाकर के किसी एक सेंटेंस को पढ़ पाए। अभी भी बहुत सारे ऐसे लोग हैं, जिन्हें वर्णों का ज्ञान नहीं है।

तो अगर आप भी उन्हीं में से एक हैं, तो हमारे इस लेख के साथ अंत तक बने रहें क्योंकि इस लेख में हम इन्हीं सब एक टॉपिक को पर चर्चा करने वाले हैं तो चलिए शुरू करते हैं इस लेख को बिना देरी किए हुए।


वर्ण किसे कहते हैं ?

वर्णमाला किसे कहते हैं, जाने से पहले हमें वर्ण के बारे में समझना जरूरी है। वर्ण उस अक्षर को कहा जाता है, जिससे बोलते समय उसके भाग्य टुकड़े नहीं किए जा सकते हैं। वरुण को दूसरी भाषा में अक्षर भी कहा जाता है। जैसे – ए, आ, च इत्यादि।

लिखित इकाई संकेतों को ही देवनागरी लिपि में वर्ण कहा जाता है। हिंदी भाषा में सबसे छोटी इकाई को ही वर्ण कहा जाता है जिसे हम अलग-अलग टुकड़ों में नहीं तोड़ सकते हैं।

उदाहरण के लिए, घर कमल सेब इत्यादि को हम अलग-अलग टुकड़ों में तोड़ सकते हैं परंतु वर्ण को अलग-अलग टुकड़ों में नहीं तोड़ा जा सकता।

कमल = क+म+ल

घर = घ+ र

सेब = स+ए+ब


वर्णमाला किसे कहते हैं ? – Varnmala Kise Kahate Hain

Varnmala In Hindi :- सभी वर्णों के समूह को वर्णमाला कहा जाता है। जब हम सभी वर्णों को एक व्यवस्थित रूप से एक साथ जोड़ देते हैं तो वह वर्णमाला का रूप ले लेता है।

दूसरे शब्दों में, जब दो या दो से अधिक वर्ण एक साथ व्यवस्थित रूप से लिखे होते हैं तो वह वर्णमाला कहलाता है। दुनिया में कई अलग-अलग भाषाएं हैं और सभी भाषाओं की अपनी एक अलग वर्णमाला होती है।

हिंदी भाषा की वर्णमाला देवनागरी लिपि पर आधारित होती है जिसे हम बाएं से दाएं तरफ लिखते हैं और हर वर्णमाला पर एक सीधी रेखा खींची जाती है।

हिंदी में तो हम वर्णों के समूह को वर्णमाला कहते हैं परंतु अंग्रेजी में वर्णों के समूह को वर्णमाला कहा जाता है। हिंदी वर्णमाला में कुल 52 अक्षर होते हैं।


हिंदी भाषा की वर्णमाला का उदाहरण,

क, छ, उ, ल, त, अः, इत्यादि

अंग्रेजी भाषा की वर्णमाला का उदाहरण,

A, b, f, h, I, इत्यादि


वर्णमाला की परिभाषा – Varnmala Ki Paribhasha

वर्णमाला की परिभाषा को लोगों ने अलग-अलग तरह से व्यक्त किया है जो कि इस प्रकार है :-

“ किसी भी भाषा के समस्त वर्णों के समूह को वर्णमाला कहते हैं ” ।

“ हिंदी भाषा में वर्णों के समूह को वर्णमाला कहते हैं ” ।

“ वर्णों के व्यवस्थित एवं क्रमबद्ध समूह को वर्णमाला कहा जाता है ” ।


वर्णमाला के भेद कितने होते हैं ? | Varnmala Ke Bhed

वर्णमाला को भी दो भागों में विभाजित किया गया है। यानी की वर्णमाला के दो भेद होते हैं।

  1. स्वर
  2. व्यंजन

1. स्वर वर्ण किसे कहते हैं ?

स्वर या स्वर वर्ण वर्णमाला का पहला भेद है। स्वर वर्ण उसे कहा जाता है जिसे हम स्वतंत्र रूप से बोल सकते हैं। यानी कि जिन वर्णों के उच्चारण में जीभ गला और सांस का अधिक प्रयोग नहीं किया जाता है और इसका उच्चारण बिना रुके हुए किया जा सकता है, स्वर वर्ण कहलाता है।

हिंदी वर्णमाला में कुल 11 स्वर होते हैं, और दो संयुक्त स्वर होते हैं। स्वर अ से अः तक होता है।

उदाहरण,  अ, आ, इ, ई, उ, ऊ, ऋ, ए, ऐ, ओ, औ, अं, अः

  1. स्वर के प्रकार

स्वर वर्ण दो प्रकार के होते हैं, संयुक्त स्वर और मूल स्वर।

अं और अ: संयुक्त स्वर कहलाते हैं।

मूल स्वर भी तीन प्रकार के होते हैं। जिसमें हास्य स्वर दीर्घ स्वर और प्लुत स्वर शामिल है।

जिन स्वर वर्ण के उच्चारण में कम समय लगता है वह हसर कहलाता है। जैसे – अ, इ, उ, ऋ

जीन स्वर वर्ण के उच्चारण में हस्व स्वर से अधिक समय लगता है वह दीर्घ स्वर कहलाता है। जैसे – आ, ई, ऊ, ए, ऐ, ओ, औ

प्लुत स्वर ऐसे स्वर वर्ण होते हैं जिन्हें बोलने में दीर्घ स्वर से भी ज्यादा समय लगता है। क्योंकि प्लुत स्वरों में मात्रा का उपयोग होता है।

2. व्यंजन किसे कहते हैं ?

व्यंजन या व्यंजन वर्ण उसे कहा जाता है जिससे बोलने के लिए हमें स्वर वर्ण की आवश्यकता पड़ती है। सभी व्यंजन वर्ण का उच्चारण करते समय व्यंजन वर्ण का इस्तेमाल किया जाता है। सभी व्यंजन के उच्चारण में स्वर का उपयोग होता है।

हिंदी वर्णमाला में कुल 45 व्यंजन होते हैं। इन 45 व्यंजन में 41 सामान्य व्यंजन और 4 संयुक्त व्यंजन होते हैं। क से ज्ञ तक के वर्णमाला व्यंजन कहलाता है।

उदाहरण :-

वर्ग क, ख, ग, घ, ङ (क़, ख़, ग़ )

वर्ग च, छ, ज, झ, ञ (ज़, झ़)

वर्गट, ठ, ड, ढ, ण (ड़, ढ़)

वर्गत, थ, द, ध, न

वर्ग प, फ, ब, भ, म (फ़)

य, र, ल, व

श, ष, स, ह, क्ष, त्र, ज्ञ


वर्णमाला से संबंधित कुछ रोचक तथ्य

हम यहां पर आपको हिंदी वर्णमाला से संबंधित कुछ रोचक तथ्य के बारे में जानकारी दे रहे हैं जो आपके लिए मददगार साबित हो सकता है।

  • हिंदी वर्णमाला देवनागरी लिपि में लिखी जाती है। और हिंदी वर्णमाला का जनक संस्कृत को माना जाता है। शिव पुराण में हिंदी वर्णमाला का जिक्र भी किया गया है।
  • हिंदी वर्णमाला में उच्चारण के आधार पर 52 वर्ण होते हैं और लेखन के आधार पर 56 वर्ण होते हैं।
  • वर्णमाला में किसी भी वर्ग का पांचवा व्यंजन पंचमाक्षर कहलाता है जैसे – अं, ञ, ण, न
  • जो ध्वनि हम मुख से उच्चारित करते हैं उससे भी वर्ण कहा जाता है।

[ Conclusion, निष्कर्ष ]

उम्मीद करता हूं, कि आपको मेरा यह लेख बेहद पसंद आया होगा और आप इस लेख के मदद से Varnmala Kise Kahate Hain से जुड़ी हर एक जानकारी प्राप्त कर चुके होंगे और यह भी जान चुके होंगे कि वर्ण क्या होता है।

अगर आपके मन में वर्णमाला OR Varnmala Kise Kahate Hain से जुड़ी कोई भी सवाल है या फिर आपका कोई भी वहम है तो आप हमारे दिए गए comment box में मैसेज करके पूछ सकते हैं हमारी समूह आपके पूछे गए सवालों का जवाब अवश्य देगी। धन्यवाद !


FAO’S :

Q1. वर्णमला में कितने स्वर होते है ?

Ans. वर्णमला में कुल स्वर की संख्या 13 होती है।

Q2. हिंदी वर्णमाला में कितने अक्षर होते हैं ?

Ans. हिंदी व्याकरण के अनुसार हिंदी वर्णमाला में कुल अक्षरों की संख्या 46 होती है।

Q3. हिंदी वर्णमाला के जनक कौन है ?

Ans. हिंदी वर्णमाला का जनक संस्कृत भाषा को माना जाता है और इसकी प्रमाण "शिव पुराण" से मिलती है।

Q4. हिंदी स्वर कौन से हैं ?

Ans. अ, आ, इ, ई, उ, ऊ, ए, ऐ, ओ, औ, ऋ, आ (अनुस्वरा), अ : "यही हिंदी वर्णमाला के 13 स्वर है।

Q5. व्यंजन वर्ण में कुल कितने अक्षर होते हैं ?

Ans. व्यंजन वर्ण में कुल अक्षर की संख्या 33 होती है।

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