$1 में कितने रुपए होते हैं – 1 डॉलर कितना रुपया होता है ? ( 2022 )

Ek Dollar Barabar Kitna Rupya :- आपने न्यूज़ के माध्यम से सुना होगा कि डॉलर की कीमत बढ़ती जा रही है और अब एक डॉलर की ₹60 या ₹70 होगी। लेकिन क्या आपको पता है कि वास्तव में $1 कितने रुपए के बराबर है।

आजकल सभी कार्य बिना पैसों के संभव नहीं हो पाते हैं, इसलिए लोग पैसों से संबंधित हर तरह की जानकारी रखना चाहते हैं और साथ में यह भी जानना चाहते हैं, कि Ek Dollar Barabar Kitna Rupya होता है ?

तो चलिए आज के इस लेख के माध्यम से हम समझते हैं, कि Ek Dollar Barabar Kitna Rupya होता है और डॉलर को रुपए में किस तरह से बदला जा सकता है। इसके अलावा हम आपको डॉलर और रुपयों से संबंधित कुछ और भी जानकारी देने का प्रयास करेंगे।


$1 बराबर कितना रुपया होता है ? ( Ek Dollar Barabar Kitna Rupya )

जैसा कि आप जानते होंगे, कि डॉलर United State की Currency है और रुपया भारत की Currency है। साथ ही आप यह भी देख रहे होंगे कि हर समय $1 की कीमत रुपए में काफी बढ़ती जा रही है और आज के समय में 1 डॉलर बराबर ₹79.71 हो गया है।

यानी कि यदि आपको United State जाकर $1 का सामान खरीदना है तो उसके लिए आपको ₹79.71 चुकाना पड़ेगा। और यदि कोई United State का व्यक्ति भारत में आता है तो उसे अपने बहुत ही कम डॉलर भारत की चीजों को खरीदने के लिए खर्च करने पड़ेंगे।

ऐसे तो हर अलग-अलग देशों के पास उनकी अलग-अलग Currency है परंतु डॉलर एक ऐसी Currency है जो लगभग सबसे ऊपर है।


भारतीय रुपए और डॉलर का इतिहास

यदि हम बात करते हैं भारतीय रुपए और डॉलर के इतिहास की तो हम यहां पर आपको यह बताना चाहेंगे कि जब देश आजाद हुआ था तब $1 बराबर ₹1 हुआ करता था।

बाद में देश आजाद होने के बाद सरकार ने जब देश के विकास के लिए पैसे खर्च करना शुरू किए तो सरकार के पास बहुत ही कम पैसे बचे क्योंकि सरकार की आय बहुत ही कम होती थी।

जिसके कारण सरकार को दूसरे देशों से Loan लेना पड़ा और जब भी कोई एक देश दूसरे देश से लोन लेता है और उसको चुकाने में असमर्थ होता है तो रुपए का Value की कम होता जाता है।

देश के आजाद होने के बाद भी कई बार सरकार को कई तरह के युद्ध में शामिल होना पड़ा जिसके कारण देश की Economy गिरती चली गई और इसके लिए देश को कुछ Foreign Investors का सहारा लेना पड़ा।

Foreign Investors के देश में आ जाने से हमारी रुपए की कीमत और गिरने लग गई और डॉलर की कीमत बढ़ती चली गई। कई बार ऐसा भी हुआ कि किसी किसी साल में भारतीय रुपए की कीमत कुछ ज्यादा ही गिर गई।

नीचे के टेबल के माध्यम से आप भारतीय मुद्रा और डॉलर के इतिहास को पता लगा सकते हैं।

वर्ष US Dollar की कीमत
1913 0.09
1925 0.1
1947 1
1948 3.31
1949 3.67
1956 4.76
1964 4.76
1965 4.76
1966 6.36
1967 7.5
1970 7.5
1976 8.96
1977 8.74
1979 8.13
1980 7.86
1984 11.36
1985 12.37
1989 16.23
1990 17.5
1991 22.74
1996 35.43
1997 36.31
1998 41.26
1999 43.06
2003 46.58
2004 45.32
2010 45.73
2013 56.57
2014 62.33
2018 70.09
2022 79.71

डॉलर की कीमत ज्यादा क्यों है ?

किसी भी देश की Currency उसके Demand एवं Supply यानी कि मांग एवं पूर्ति पर निर्भर करती है। जैसे कि भारत देश के लोग जितनी ज्यादा दूसरे देश की Currency की Demand करेंगे यानी उसकी मांग करेंगे उतनी ही ज्यादा उस देश की Currency का मूल्य बढ़ता जाएगा। और रुपए का मूल्य घटा जाएगा।

चलिए इसे हम एक उदाहरण के माध्यम से समझते हैं।

मान लीजिए, भारत को US से कोई सामान खरीदना है तो भारत उसे डॉलर में ही कर देगा यानी Import करेगा। और भारत को डॉलर मैं पैसे चुकाने के लिए सबसे पहले डॉलर को खरीदना पड़ेगा यानी कि डॉलर की मांग बढ़ेगी और डॉलर की Value भी बढ़ेगी।

इसके अलावा किसी भी देश की Currency की Value बढ़ना Import एवं Export पर भी निर्भर करता है। जैसे कि भारत दूसरे देशों से ज्यादा से ज्यादा सामान को Import करता है और कम सामान को एक Export करता है।

जिसके कारण भारतीय मुद्रा की कीमत कम हो जाती है और अन्य देशों की मुद्रा की कीमत बढ़ जाती है।


क्या होगा अगर $1 बराबर ₹1 होगा ?

आपको हमेशा ऐसा लगता होगा, कि $1 बराबर ₹1 होता, तो कितना अच्छा होता आपके लिए सारी चीजें कितनी आसान हो जाती। तो सोचिए अगर $1 बराबर एक रुपए होगा, तो आपको किन-किन चीजों में आसानी होगी।

यदि $1 बराबर ₹1 हो जाता तो आपके लिए Foreign Trip काफी आसान हो जाता, क्योंकि आपको Foreign Trip के लिए लाखों रुपए की जगह केवल हजार रुपए खर्च करने पड़ते।

इसके अलावा जो iPhone अभी हम भारतीय लोगों को ₹100000 में खरीदने की जरूरत पड़ती है उसे हम केवल ₹600 में खरीद सकते थे। साथ ही अन्य लग्जरी सामान भी हमें बहुत ही कम दामों में उपलब्ध हो जाता।

इसके साथ साथ Foreign की पढ़ाई भी हमारे लिए काफी कम दामों में पढ़ती। जैसे कि हमें Foreign कॉलेज में Admission लेने के लिए और वहां रहने के लिए कई लाखों रुपए खर्च करने पड़ते हैं।

वहीं अगर $1 एक रुपए के बराबर होता, तो इस लाखों रुपए की जगह हमें केवल कुछ हजार रुपए ही पढ़ाई के लिए खर्च करने पड़ते।

अब हम आपको एक दूसरा भी पहलू बताते हैं कि यदि $1 बराबर एक रुपए होता तो हमें बहुत सारी चीजों का नुकसान भी उठाना पड़ता।

जैसे कि अगर $1 बराबर एक रुपए होता तो कोई भी Foreign Country हमारे भारत देश में Invest नहीं करती यानी कि कोई भी Foreign Investors हमारे देश में नहीं आते।

क्योंकि Foreign Country हमारे देश में इसलिए Invest करती है, क्योंकि यहां पर उन्हें काफी सस्ते में ही मजदूरी मिलती है।

अब सोचिए यदि $1 बराबर एक रुपए होता, तो Foreign Country हमारे देश में Invest नहीं करती, क्योंकि उसे हमारे देश में भी उतनी ही मजदूरी चुकानी पड़ रही होती, जितने कि अपने देश में। इस तरह से यदि कहीं डॉलर प्राइस बढ़ने के फायदे हैं, तो कहीं नुकसान भी हैं।


निष्कर्ष :

आज के इस लेख में हमने बताया, कि Ek Dollar Barabar Kitna Rupya होता है।

उम्मीद है, कि इस लेख के माध्यम से आप डॉलर और रुपए से संबंधित चीजों को समझ पाए होंगे। यदि आपको इस लेख से संबंधित कोई भी प्रश्न पूछना हो, तो आप हमें कमेंट बॉक्स में कमेंट करके पूछ सकते हैं।


FAQ’S :

प्रश्न 1डॉलर का रेट क्या चल रहा है ?

उत्तर - सितंबर 2022 में डॉलर का रेट ₹79.71 है।

प्रश्न 2 -2013 में $1 कितने रुपए का था ?

उत्तर - 2013 में $1 ₹56 के बराबर था।

प्रश्न 3दुनिया की सबसे महंगी करेंसी कौन सी है ?

उत्तर - दुनिया की सबसे महंगी करेंसी कुवैत की है, क्योंकि एक कुवैत दिनार बराबर ₹248 होता है।

Read Also :-

Leave a Comment