बिल्ली को संस्कृत में क्या कहते हैं ? | Billi Ko Sanskrit Mein Kya Kahate Hain

Billi Ko Sanskrit Mein Kya Kahate Hain :- आज के इस लेख में हम आपको बताने वाले हैं, कि बिल्ली को संस्कृत में क्या कहते हैं ?

हालांकि संस्कृत भाषा में बिल्ली को केवल दो ही नाम से जाना जाता है, जिसके बारे में हम नीचे आपको बताने वाले हैं। और साथ ही साथ हम यहां आपको बिल्ली से जुड़ी कुछ रोचक और महत्वपूर्ण बात भी बताने वाले हैं, साथ ही विज्ञान की भाषा में बिल्ली को क्या कहते हैं ?

उसके बारे में भी हम चर्चा करेंगे, तो चलिए इस लेख को शुरू करते हैं।


बिल्ली को संस्कृत में क्या कहते हैं ? | Billi Ko Sanskrit Mein Kya Kahate Hain

बिल्ली का संस्कृत नाम हिंदी भाषा की तुलना में काफी अलग है। कई लोग तो ऐसे भी होंगे जो बिल्ली का सांस्कृत नाम कभी सुना ही नहीं होगा, क्योंकि इन शब्दों का इस्तेमाल अमूमन लोग नहीं करते हैं।

बिल्ली को संस्कृत में बिडलः या मार्जारः नाम से जाना जाता है। संस्कृत ऐसी भाषा है, जिनके जरिए विभिन्न भाषाओं की उत्पत्ति भी है।

जी हाँ विश्व की सबसे प्राचीन भाषा संस्कृत को कहा जाता है और इसी के जरिए आधुनिक समय में बोली जाने वाली कई अन्य भाषाएं जैसे सिंधी, नेपाली, पंजाबी, हिंदी और मराठी आदि जैसी भाषाओं की उत्पत्ति हुई है।

इतना ही नहीं संस्कृत को भारत के संविधान कीं आठवीं अनुसूची में भी शामिल किया गया है और तो और उत्तराखंड की द्वितीय राज्य भाषा भी संस्कृति ही है।

इतिहास के अनुसार संस्कृति को देश की आधिकारिक भाषा बनाने का सुझाव भी डॉक्टर भीमराव अंबेडकर ने दिया था, हालांकि उस बात का पालन नहीं किया गया।


Billi Ka Parichay ( बिल्ली का परिचय )

बिल्ली विश्व की एक ऐसी प्रजाति है, जिनके परिवार के तकरीबन 30 से भी ज्यादा जानवर इस दुनिया में मौजूद हैं जिनमें शेर, तेंदुआ, बाघ, चीता, प्यूमा आदि शामिल है।

इतना ही नहीं विश्व भर में बिल्ली की कम से कम 55 से भी ज्यादा नस्लें पाई जाती है यह अलग-अलग रंगों में होती है जैसे सुनहरे, काले, सफेद, ग्रे आदि।

बिल्लियां बहुत ही तीव्र गति से दौड़ने और कूदने में माहिर होती हैं इन की सूंघने की क्षमता काफी शानदार होती है और यह रात के समय में चीजों को देखने में भी अच्छी तरह से सक्षम होते हैं।

बिल्ली मांसाहारी स्तनधारी जीव है, जो लोगों के बीच अच्छी तरह से घुल मिलकर रहने में सक्षम होती हैं। प्राचीन मिस्र में लोग बिल्ली पाला करते थे, न केवल वे बिल्ली पालते थे बल्कि उनकी पूजा भी करते थे।

ऐसा कहा जाता है, कि मिस्र में एक देवी थी, जो बिल्ली का रूप आसानी से धारण कर सकती थी। इतना ही नहीं वहां जो बिल्लियाँ मर जाती थी उनके शरीर को भी अच्छी तरह से सुरक्षित रखा जाता था, ताकि उन्हें हमेशा के लिए मुक्ति मिल सके। और तो और बिल्ली की एक नस्ल जिससे नारंगी टेब्बी बिल्ली ( orange tabby cat ) कहा जाता था, वे 20 साल तक अलास्का के एक छोटे से शहर ताल कितना की मेयर भी रह चुकी है। जिसका नाम स्टबस ( Stubbs ) था।


Billi Shabd Ka Meaning ( बिल्ली शब्द का अर्थ )

बिल्ली शब्द का वैज्ञानिक नाम ( scientific name ) फेलिस डोमेस्टिका ( Felis Domestica ) है, जिसे अंग्रेजी में कैट ( Cat ) और संस्कृति में बिडलः या मार्जारः के नाम से जाना जाता है।

बिल्लियां आज से नहीं बल्कि 9,500 साल से भी पहले से इंसानों के बीच रह रही है। यह अपना अधिकतम समय सोने में बिताती है। वैज्ञानिक के अनुसार बिल्लियां दिन में तकरीबन 16 घंटे सोती है।

440 BC पूर्व मिस्र के लोग बिल्लियों के मरने पर अपनी भौंहे मुडवा लेते थे हालांकि ये सुनने में अजीब है, लेकिन सत्य है। इतना ही नहीं 1963 ईस्वी में एक ऐसी बिल्ली भी थी, जो कि अंतरिक्ष की सैर कर चुकी है।

बिल्लियां काफी खूबसूरत और प्यारी होती है इसी वजह से लोग अपने घरों में बिल्लियों के अलग-अलग और प्यारे नस्लों को पालना पसंद करते हैं। हालांकि बहुत से लोग आज भी ऐसे हैं, जो काली बिल्लियों को अशुभ मानते हैं।

ऐसा कहते हैं, कि काली बिल्लियों के रास्ता काटने पर कुछ अशुभ होता है हालांकि यह एक अंधविश्वास है, जिस पर यकीन नहीं करना चाहिए।


Billi Ka Sanskrit Me Paryayvachi Shabd ( संस्कृत में बिल्ली का पर्यायवाची शब्द )

बिल्ली को कई अलग-अलग नामों से जाना जाता है, संस्कृत में भी बिल्ली के कई नाम है, जिनके बारे में हम उनसे बात कर रहे हैं, जैसे :-

  • त्रिशंकु
  • पूतिका
  • हरताल
  • बिडलः
  • मार्जारः
  • बिलाड
  • मार्जारी
  • बलैया
  • बिड़लिका
  • म्याऊं म्याऊं
  • बिलाव

निष्कर्ष :

आज का यह पोस्ट Billi Ko Sanskrit Mein Kya Kahate Hain यहीं पर समाप्त होता है, हमने यहां आपको बिल्ली शब्द का अर्थ और बिल्ली के बारे में कुछ रोचक तथ्य भी बताए हैं।

उम्मीद करते हैं आपको हमारे द्वारा दी गई है जानकारी अच्छी लगी होगी। आप चाहे तो नीचे कमेंट के माध्यम इस पोस्ट से संबंधित अपनी राय दे सकते हैं, क्योंकि आपकी राय हमारे लिए बेहद महत्वपूर्ण है।


Read Also :- 

Leave a Comment