अडानी गोड्डा पॉवर प्लांट से आई भारत बांग्लादेश रिश्तों में नजदीकी

अडानी ग्रुप पूरे वर्ल्ड लेवल पर आज औद्योगिक सेक्टर में शीर्ष पर है और मजबूती के साथ भारत का प्रतिनिधित्व कर रहा है। आत्मनिर्भर भारत के नए मिशन को पूरा करते हुए आज अडानी ग्रुप न केवल देश की ज़रूरत के लिए बल्कि दूसरे देशों की ज़रूरत के लिए भी पर्याप्त बिजली का निर्माण कर रहा है। इस साल अडानी गोड्डा पॉवर प्लांट में बांग्लादेश को बिजली निर्यात करने के लिए उत्पादन शुरू हो चूका है। अडानी ग्रुप और बांग्लादेश के बीच 25 सालों के लिए एग्रीमेंट हुआ है जिसके तहत अडानी गोड्डा पॉवर प्लांट से बिजली सप्लाई की जाएगी। इस करार से दोनों ही देशों का पुराना रिश्ता और भी बेहतर होगा।

किस राज्य में है अडानी गोड्डा प्लांट?

अडानी ग्रुप के अडानी पॉवर इंडस्ट्रीज के आज देश भर में 9 थर्मल पॉवर जनरेशन प्लांट है। अडानी गोड्डा प्लांट झारखंड के गोड्डा जिले में स्थित है जहाँ 800 मेगावाट क्षमता की दो यूनिट स्थापित की गयी है। 16 हज़ार करोड़ की राशि से गोड्डा जिले के मोतिया गाँव में विकसित किया गया यह अडानी गोड्डा प्लांट 700 एकड़ के क्षेत्र में फैला हुआ है। अल्ट्रा सुपर क्रिटिकल थर्मल पॉवर प्लांट (युएससीटीपीपी) का नाम से एडवांस टेक्नालाॅजी के साथ डेवलप किया गया यह अत्याधुनिक बिजली उत्पादन प्लांट  फ्लू गैस डी-सुल्फ्युराइज़र(एफजीडी) एवं सेलेक्टिव कैटेलिटिक रीकन्वर्टर (एससीआर) टेक्नालॉजी जैसी तकनीक से लेस है। प्लांट से होने वाले पाॅलूयूशन पर नियंत्रण करने के लिए और अडानी गोड्डा पॉवर प्लांट को एनवायरमेंट फ्रेंडली बनाने के लिए यह लेटेस्ट टेक्नोलॉजी उपयोग की गयी है, इस इनोवेटिव कदम की वजह से अडानी गोड्डा को एक नई पहचान मिली है। इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट के साथ एनवायरनमेंट प्रोटेक्शन पर भी पूर्ण रूप से जोर देना अडानी ग्रुप की देश और समाज के प्रति चिंता और जवाबदारी को भी दर्शाता है।

अडानी गोड्डा पॉवर प्लांट की दोनों ही इकाइयों में प्रोडक्शन प्रोसेस 2023 में शुरू की गयी है जिनसे 800MW बिजली यानी की कुल 1600MW बिजली का उत्पादन किया जा रहा है जिसमें से अधिकांश बिजली बांग्लादेश पॉवर डेवलपमेंट बोर्ड (बीपीडीबी) के साथ हुए पाॅवर परचेस एग्रीमेंट (पीपीए) के तहत बांग्लादेश को दी जाएगी और लगभग एक चौथाई हिस्सा झारखंड राज्य को भी दिया जायेगा।

बिजली आज जीवन यापन के साथ साथ विकास कार्यों के लिए भी एक अति महत्वपूर्ण अंग है। बिजली के बिना जीवन की कल्पना करना अकल्पनीय है। बिजली के उपयोग से आज न केवल अपने घरों में सुलभता है बल्कि बड़े-बड़े उद्योगों का भी संचालन हम बड़ी ही आसानी से कर पा रहे हैं। किसी भी देश की उन्नति में बिजली की जो भूमिका है उसे हम सब भलीभांति समझते हैं। आज जिस प्रकार बिजली हमारे हर काम को आसान एवं असरदार बना रही है और अति शीघ्रता से पूरा कर रही है, प्राकृतिक संसाधनों के साथ ही बिजली भी एक महत्वपूर्ण संसाधन बन चुका है।

संसाधनों की कमी के चलते बांग्लादेश को हर साल देश में सुचारु रूप से व्यवस्था को चलाने के लिए बड़ी मात्रा में बिजली का आयात करना पड़ता है। वहाँ की दैनिक दिनचर्या और उद्योगों का संचालन इसी आयातित बिजली पर निर्भर रहता है। पड़ोसी देश को विकास के लिए उचित माध्यम उपलब्ध करवाना भी अडानी ग्रुप की सकरात्मकता की पहचान है, जिसमें किसी को अपने से कम नहीं आंकना और एक साथ आगे बढ़ने की सोच झलकती है।

बांग्लादेश के साथ हुए इस पाॅवर परचेस करार को 2017 में बांग्लादेश की प्रधानमंत्री की मौजूदगी में स्वीकृति मिली थी जिसके बाद अडानी गोड्डा पॉवर प्लांट को लेटेस्ट टेक्नोलॉजी के साथ डेवलप किया गया। बिजली उत्पादन के साथ ही अडानी गोड्डा प्लांट से बांग्लादेश तक बिजली निर्यात करने के लिए बिजली ट्रांसमिशन का काम भी अडानी ग्रुप द्वारा ही किया जाएगा, जिसके अंतर्गत झारखण्ड से बंगाल तक बिजली पहुँचाने का काम अडानी ग्रुप का होगा। इसके अलावा गुजरात के मुंद्रा, महाराष्ट्र के तिरोड़ा, राजस्थान के कवई, कर्नाटक के उडुपी, गुजरात के बिट्टा, छत्तीसगढ़ के रायगढ़ एवं रायपुर और मध्य प्रदेश के सिंगरौली में स्थित पाॅवर प्लांट द्वारा भी अडानी ग्रुप बिजली उत्पादन का काम कर रहा है। इन सभी पावर प्लांट से अडानी ग्रुप आज 15000 मेगा वाॅट से अधिक बिजली का उत्पादन कर रहा है। 

बांग्लादेश के साथ बिजली निर्यात के इस 25 साल लम्बे प्रोजेक्ट के एग्रीमेंट से भारत बांग्लादेश रिश्तों में तो मिठास बढ़ेगी ही साथ ही साथ वर्ल्ड लेवल पर भी हमारी आत्मनिर्भरता और सबको साथ लेकर बढ़ने की भावना का भी परिचय सबको मिलेगा। अडानी ग्रुप द्वारा देश में विकसित किये गये इस अडानी गोड्डा एडवांस बिजली उत्पादन केंद्र में कोल एनर्जी की सहायता से बिजली का उत्पादन किया जाता है। साथ ही अडानी गोड्डा प्लांट में प्रदुषण को रोकने के लिए भी व्यापक प्रबंध किये गये हैं। अडानी ग्रुप आज देश के हर कोने में और हर क्षेत्र में विकास कर रहा है जो इसकी व्यापक सोच और विकसित, समृद्ध और शिक्षित राष्ट्र के निर्माण के लक्ष्य को बताती है। अडानी ग्रुप आज भारत की पहचान बन चुका है जो देश को सबसे अव्वल बनाने के लिए हर सेक्टर में भारत को आगे लेकर जाने के लिए प्रयास कर रहा है। 

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